जी हां साथियों आज इस लेख के माध्यम से थोड़ा अपने दिमाग के घोड़े को बेलगाम छोड़ेंगे और जानेंगे कि मेरा भारत महान (Mera Bharat Mahan) क्यों है?
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मेरा भारत महान (Mera Bharat Mahan) क्योंकि यहाँ भगवान भी आने के लिए तरसते हैं
तो मित्रों बहुत सोचने और विचार करने के बाद यही समझ में आया कि पूरे पृथ्वी का यही वह भूभाग है जिस पर भगवान बार-बार अवतार लेने के लिए तरसते हैं। चलो भगवान की बात नहीं भी करते हैं तो हमारा इतिहास साक्षी है कि हजारों सालों से कई आक्रमणकारी भी इसी भूमि पर आने के लिए तरसे हैं और इस भारत भूमि को अपने अधीन करने का सपना भी देखते रहे हैं। आज भी संसार में ऐसी सोच वाले प्राणियों की कमी नहीं होगी जो यहां पर अपना भोकाल जमाना चाहते हैं।
हर जगह बसते हैं भगवान इसलिए मेरा भारत महान (Mera Bharat Mahan)
तो यह एक सोचने समझने का विषय तो है। मेरी तुच्छ बुद्धि से तो मैं यही समझ पाया हूं की धरती के इस टुकड़े पर जहां उस भगवान, परमात्मा, अल्लाह के लिए मनुष्य लड़ रहा है जिसे किसी ने देखा ही नहीं है। कोई कहता है ईश्वर साकार है, कोई कहता है कि निराकार है। भई सबकी अपनी-अपनी आस्था है।
कोई इसलिए लड़ रहा है कि ईश्वर मंदिर में रहता है और कोई इसलिए क्योंकि मस्जिद में रहता है। किसी का ईश्वर गुरु के रूप में है। किसी का ईश्वर पशुओं में जैसे गाय, हिरण इनमें है। किसी-किसी का ईश्वर पानी में भी है जैसे गंगा मां, नर्मदा मां। किसी का ईश्वर पहाड़ों में तो किसी का पेड़ पौधों में उदाहरण के लिए तुलसी, पीपल। किसी का ईश्वर वायु में, किसी का अग्नि में तो किसी का संविधान में भी है। कहने का तात्पर्य यही है कि केंद्र में तो ईश्वर ही है। चाहे जो भी हो सृष्टि की रंच मात्र भी ऐसी कोई जगह नहीं है जहां हम भारतीयों का ईश्वर निवास न करता हो।
ईश्वर के लिए लड़ाई: भारतीयों का विशेषाधिकार
अरे बात तो वही है ना कि अगर ईश्वर एक ही जैसा सब में दिखाई दे और सबको एक जैसा समझ आए तो इसमें ईश्वर की ईश्वरता कहां रह जाएगी। जिन्होंने उस परमात्मा के विषय में जाना नहीं वो मुक्ति या जन्नत होने के लिए इस भारतीय भूमि की ओर निकल पड़े हैं। और वह मुक्त हुआ है या जन्नत को नसीब हुआ है।
क्योंकि हम भारतीय जानते हैं कि परमात्मा के लिए लड़ाई हमारे भारत देश के अलावा और तो कहीं नहीं लड़ी जाती। कोई और दूसरे देशों में जो भी लड़ाइयां होती हैं वो बस सत्ता के लिए है या जमीन के लिए या पानी के लिए या किसी और अन्य निजी कारण के लिए। हमारा भारतीय समाज तो इतना ज्ञानी और इतना जागरुक है कोई सांसारिक छोटी-मोटी चीजों के लिए तो लड़ता ही नहीं है। उसे तो उस दुर्लभ, श्रेष्ठतम वस्तु के लिए लड़ना पसंद है जिसके लिए लड़कर मरने से जन्नत में हूरें मिले या स्वर्ग की अप्सराएं मिले।

मेरा भारत महान (Mera Bharat Mahan) क्योंकि यहाँ पर ईश्वर मिलते हैं सबसे जल्दी
तो वही परमात्मा जो बड़ी कठिनता से मिलता है तो उसके लिए लड़कर मरने से ही तो उसकी तत्काल प्राप्ति होगी। इसीलिए हमें यह बताया गया है कि ईश्वर इसी भारत देश में बार-बार आता रहता है। हम भारतीयों का उस परमात्मा, अल्लाह या और किसी नाम के प्रति अपार प्रेम और स्नेह देखकर दूसरे विदेश के आक्रमणकारी भी समय-समय पर भारत में आते रहे और उन्होंने भी यहां पर जन्नत और स्वर्ग का लाभ उठाया है। ऐसा लगता है कि यही ईश्वर प्राप्ति का सबसे आसान रास्ता है।
Very nice