संसद की सीट नंबर 222 से नकदी मिलने पर हंगामा: अभिषेक मनु सिंघवी (Abhishek Manu Singhvi) ने दी सफाई, विपक्ष-सरकार आमने-सामने

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नमस्कार दोस्तों! राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी (Abhishek Manu Singhvi) खबरों में है। वैसे भी आए दिन राजनीतिक गलियारों का बाजार गर्म रहता है। कुछ ना कुछ अजीबोगरीब घटनाएं घटती रहती हैं। आपको बता दें कि अभिषेक मनु सिंघवी (Abhishek Manu Singhvi) तेलंगाना सीट से कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा सांसद हैं। 

सभापति जगदीप धनखड़ ने दी जानकारी 

जी हां दोस्तों अभी संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है। शुक्रवार को कार्यवाही शुरू होते ही सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि, ‘कल (गुरुवार) सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद सुरक्षा अधिकारियों ने हमें जानकारी दी कि सीट नंबर 222 से कैश मिला है। यह सीट तेलंगाना से सांसद अभिषेक मनु सिंघवी को अलॉट की गई है। इस मामले में नियमों के मुताबिक जांच होनी चाहिए और यह हो भी रही है।’

Source: Sansad TV

जमकर हुआ हंगामा

इसके बाद ही संसद में बवाल मच गया और संसद में पूरे दिन हंगामा होता रहा। संसद स्थगित कर दी गई।इस बात पर विपक्ष ने जमकर हंगामा काटा। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खडगे ने कहा कि जब तक यह प्रमाणित नहीं हो जाता कि यह नोट किसके हैं या किसकी सीट से मिले हैं तब तक सांसद का नाम नहीं लेना चाहिए था।

भाजपा ने कांग्रेस को आड़े हाथ लिया

भाजपा ने जांच की मांग की भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा कि सदन में नोटों की गड्डी मिलना बेहद गंभीर मामला है। इसको हल्के में नहीं लिया जा सकता, इसलिए इसकी जांच तो होनी ही चाहिए लेकिन विपक्ष जिस तरह से सदन में हंगामा कर रहा है, उससे शक पैदा करता है। कांग्रेसी नेता पर कटाक्ष करते हुए भाजपा प्रवक्ता त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेसियों के पास इतना पैसा है कि पैसे के हिसाब लेने या फिर पैसे को बैंच से उठाने का कष्ट भी नहीं करना चाहते।

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, ‘रूटीन प्रोटोकॉल के मुताबिक एंटी-सैबोटाज टीम ने संसद की कार्यवाही खत्म होने और सदन को बंद करने से पहले सीटों की जांच की थी। इसी दौरान नोट का बंडल मिला। इस पर आपत्ति क्यों होनी चाहिए कि अध्यक्ष सदस्य का नाम न लें। अध्यक्ष ने सही तरीके से उस सीट नंबर और उस सीट पर बैठे सदस्य का नाम बताया। इसमें क्या गलत है? जांच होनी चाहिए।’

अभिषेक मनु सिंघवी (Abhishek Manu Singhvi) ने दी सफाई 

इस घटना पर अभिषेक मनु सिंघवी ने सफाई देते हुए कहा कि, ‘मैं तो संसद में केवल ₹500 लेकर के जाता हूं। यह नोट मेरे नहीं है। सिंघवी ने कहा मैं सिर्फ 3 मिनट ही संसद में रुका उसके बाद कैंटीन में जाकर के लंच किया। और संसद से निकल गया।’ अब सवाल यह उठता है कि अभिषेक मनु सिंघवी  सीट नं 222 के नीचे नोटों की गड्डी कैसे पहुंची? यह नोट असली है या नकली ? यह अभिषेक मनु सिंघवी के हैं या नहीं ?यदि नहीं तो फिर किसके हैं ? इसे कोई अब तक क्लेम करने क्यों नहीं आया?

क्या नगदी ले जाने पर कोई नियम है? 

अगर संसद में रुपए ले जाने के नियम पर बात करें तो इस संबंध में कोई नियम निर्धारित नहीं है। संसद में रुपए ले जाने की कोई सीमा संसद द्वारा तय नहीं की गई है। अधिकांश सांसद ऑनलाइन पेमेंट का इस्तेमाल करते हैं अथवा संसद की बैंक ब्रांच से नगदी निकाल लेते हैं। संसद में संसदीय कार्य से जुड़े दस्तावेज, फाइल, नोटबुक पेन, पानी की बोतल, दवाइयां इत्यादि ले जाने की छूट है।

अभिषेक मनु सिंघवी (Abhishek Manu Singhvi) की संपत्ति कितनी 

सिंघवी ने चुनाव आयोग को दिए हलफनामे (affidavit) में वित्तीय वर्ष (F.Y.) 2022 -2023 तक अपनी संपत्ति लगभग 360 करोड रुपए बताई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अभिषेक मनु सिंघवी की नेटवर्थ कहीं ज्यादा है। कुछ मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि उनकी नेटवर्थ 649 करोड़ रुपये है। तीन करोड़ रुपये उनके बैंक अकाउंट में जमा हैं। वहीं 386 करोड़ से ज्यादा की रकम उन्होंने बॉन्ड, शेयर आदि में निवेश की है। साथ ही उन पर 98 करोड़ रुपये की देनदारी भी है।

अब देखना यह है इस विषय पर आगे सभापति जगदीप धनखड़ का क्या निर्णय होगा।











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shivam singh

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मैं शिवम सिंह तोमर ( कवि / समाजसेवी / विधि छात्र/ लेखक ); सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक एवं कानूनी विषयों पर लेख व समीक्षा लिखता हूँ। मैं वर्तमान में विधि का छात्र हूँ जिसके चलते कानूनी विषयों पर शोध पत्र व लेख लिखता हूँ। सामाजिक व साहित्यिक जीवन में कई पुरस्कार प्राप्त किए हैं। कविता के दो साझा संग्रह (पुस्तक) पाठकों के लिए उपलब्ध हैं।

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