जी हाँ दोस्तों! Election Results का दिन नज़दीक आ चुका है। महाराष्ट्र और झारखंड में वोटिंग संपन्न हो चुकी है। अब इंतजार है नतीजों का। महाराष्ट्र और झारखंड के नतीजे 23 नवंबर को आने वाले हैं। सभी के मन में नतीजों को जानने के लिए उत्सुकता है। विभिन्न राजनीतिक विश्लेषकों एवं रिपोर्टों द्वारा अनुमान लगाया जा रहा है।
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महाराष्ट्र के चुनावी समीकरण| Maharashtra Assembly Election Results
चलिए हम बात करते हैं महाराष्ट्र चुनाव की। जहां अभी एनडीए की सरकार या कहें “महायुति” है। जिसका नेतृत्व एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना कर रही है। इस चुनाव में असली शिवसेना के दावे ने एक बड़ा फैक्टर बनाया है। यह कह सकते हैं कि असली शिवसेना और नकली शिवसेना का प्रोपेगेंडा इस चुनाव में गेम चेंजर साबित हो सकता है।वही अजीत पवार वाली एनसीपी साथ होते हुए भी अपने अलग सुर लगाती रही है। अब देखना यह है की जनता किस को मौका देती है।
पिछली सरकार में जनता ने इतना राजनीतिक मनोरंजन देखा जिसकी उसने कभी उम्मीद भी नहीं की थी। लोग यहां तक कहने लगे कि जितनी जल्दी गिरगिट रंग नहीं बदलता है उतनी जल्दी विधायक पलट जाते हैं। सुनने में हास्यास्पद लग रहा होगा। लेकिन महाराष्ट्र का मतदाता तो यही कह रहा है। लोकतंत्र में जनता ही जनार्दन होती है और जनता का निर्णय ही सर्वोपरि होता है।
महाराष्ट्र पर है पूरे देश की नज़र
समीकरणों को साधने में अमित शाह, देवेंद्र फडणवीस सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने अपना दमखम लगाया। महाराष्ट्र का चुनाव न केवल महाराष्ट्र में बल्कि देश के अन्य राज्यों में भी चर्चा का विषय रहा। देश के अन्य राज्यों के घटनाक्रम भी महाराष्ट्र चुनाव में खूब उछाले गए। जिसमें सर्वाधिक चर्चा का विषय रहा योगी आदित्यनाथ का बयान “बटेंगे तो कटेंगे” इस बयान पर एनडीए भी दो फडों में टूटती नजर आई। अजीत पवार ने इस प्रकार के बयानों का विरोध किया। भाजपा नेता अशोक चव्हाण ने भी बयान का विरोध किया यहां तक की कई वरिष्ठ नेताओं ने इस बयान से अपनी दूरी बनाई।

जमीनी मतदाताओं की मानें तो यह बयान महाराष्ट्र के चुनाव में एक बड़ा बदलाव ला सकता है। अगर ऐसा हुआ तो बीजेपी के वोट परसेंट जरूर घटेंगे। जिसका सीधा-सीधा फायदा कांग्रेस को होगा। वही दूसरी ओर आए दिन आने वाले राहुल गांधी के बेतुके बयानों और बिना सर पैर की बातों का भाजपा ने जमकर विरोध किया। भाजपा में कभी आपसी कलह खुलकर देखने को नहीं मिली। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस और महाविकास अघाडी में मुख्यमंत्री की दावेदारी के लिए अभी से उठापटक शुरू हो गई है।
झारखंड में क्या कह रहा है लोकमत?Jharkhand Assembly Election Results
अगर बात करें झारखंड की, तो वहां पिछले महीने में घटा घटनाक्रम इस चुनाव की एक अलग ही कहानी कह रहा है। जिसमें हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी , चंपई सोरेन का मुख्यमंत्री बनना, हेमंत सोरेन का दोबारा मुख्यमंत्री बनना और चंपई सोरेन का बागी होकर के भाजपा में शामिल हो जाना, ये सब शामिल है। इसने मतदाताओं को नई उधेड़बुन में डाल दिया था। अगर हेमंत सोरेन की पार्टी बहुमत में आती है तो हेमंत सोरेन के ही मुख्यमंत्री बने रहने की ज्यादा संभावना नजर आ रही है। यदि भाजपा को बहुमत मिलता है तो मुख्यमंत्री की रेस में चंपई सोरेन का नाम भी माना जा रहा है।
कल आएंगे नतीजे | Election Results Date
सूत्रों की माने तो दोनों ही राज्यों में NDA गठबंधन को बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है। महाराष्ट्र में निर्दलीय वोट एक बड़ा फेक्टर साबित हो सकते है और ऐसा भी हो सकता है कि जो भी सरकार बने उसे निर्दलीयों का समर्थन लेना पड़े। अभी तक किसी पार्टी ने मुख्य मंत्री के चेहरे का एलान नहीं किया है।
अपने मुख्यमंत्री के चेहरे के मामले में भाजपा ने हमेशा से लोगों को चौंकाया है। इस बार भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल सकता है। बाकी नतीजा क्या होगा, यह जानना दिलचस्प होगा। नतीजे 23 नवंबर को सुबह 8:00 बजे से आने शुरू हो जाएंगे। उसके बाद देखते हैं कि कौन बनेगा मुख्यमंत्री ?
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