नमस्कार दोस्तों! महिला कानूनों का दुरुपयोग या Misuse of Women Empowerment , जब आज के समय में समाज और सरकारें महिला सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध हैं, बढ़ता जा रहा है। महिला सशक्तिकरण के नाम पर पुरुषों पर जो अत्याचार देखने को मिल रहा है, इसके लिए कोई उपचार या विधान आज के समय की मांग है।
अतुल सुभाष बने Misuse of Women Empowerment का शिकार
पति-पत्नी का संबंध समाज के दृष्टि में सबसे उच्च संबंध माना जाता है। यदि वही पत्नी पति की मौत का कारण बने तो क्या देश में वैवाहिक संस्था कलंकित नहीं होगी? जी हां हम बात कर रहे हैं बेंगलुरु में हुई अतुल सुभाष की मौत की। अतुल सुभाष ने अपने ही फ्लैट में आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पूर्व अतुल ने सोशल मीडिया पर एक लंबा वीडियो जारी किया और कई पेज का सुसाइड नोट लिखा।
अतुल की शादी 2019 में उत्तर प्रदेश जौनपुर की निवासी निकिता सिंघानिया से हुई थी। अतुल निकिता से shaadi.com वेबसाइट के माध्यम से मिले थे। इसके बाद उन दोनों ने शादी कर ली। अतुल मूलतः समस्तीपुर बिहार के निवासी थे और बेंगलुरु में जॉब कर रहे थे। बेंगलुरु के फ्लैट से अतुल का शव बरामद हुआ। फ्लैट से 24 पन्ने का सुसाइड नोट मिला। जिसमें चार पन्ने हाथ से लिखे गए थे और 20 पन्ने कंप्यूटर से टाइप किए गए थे।
डेढ़ घंटे के वीडियो में बयां की अपनी आप बीती
अतुल ने सोशल मीडिया पर डेढ़ घंटे का वीडियो डाला जिसमें उन्होंने अपनी पूरी आपबीती बताई। अतुल ने कहा कि उनकी पत्नी ससुराल में 2 दिन भी नहीं रही और उसके बाद ही उनके साथ बेंगलुरु चली गई। पत्नी व पत्नी के परिवार की तरफ से एक-एक कर झूठे मुकदमे लगा दिए गए। दहेज, घरेलू हिंसा इत्यादि सहित 9 मुकदमे 498 , 323, 504, 506 भारतीय दंड संहिता 3 और 4 दहेज प्रतिषेध अधिनियम के तहत मुकदमे दर्ज कराए गए। जिसमें 2 साल में 120 से अधिक पेशियां हुई। इस मुकदमे में अतुल के मां-बाप भाई सहित पूरा परिवार आरोपी था।
पूरी न्याय व्यवस्था के ऊपर प्रश्न चिन्ह | Misuse of Women Empowerment
अतुल ने आरोप लगाया कि न्यायालय और कानून की अनदेखी ने उसे व पूरे परिवार को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। उसके बूढ़े मां-बाप कोर्ट के चक्कर लगाकर परेशान हो चुके थे। निकिता के माता-पिता के द्वारा लगातार दबाव बनाया जा रहा था। अतुल ने सुसाइड नोट में मुकदमों से संबंधित सबूत भी दिए। जिसमें उसने कहा यदि मैंने मारपीट की होती तो चोट के भी निशान होते पर ऐसा कुछ नहीं हुआ।
अतुल ने न केवल पत्नी और उसके माता-पिता पर आरोप लगाए बल्कि वहीं उसने भारतीय न्याय व्यवस्था को भी कटघरे में खड़ा कर दिया। वीडियो में अतुल ने कहा कि पत्नी को जब बोला कि परेशान मत करो तो उसने कहा कि तुम मर क्यों नहीं जाते। इसी के चलते पुलिस ने निकिता व उसके भाई और माता-पिता पर आत्महत्या हेतु उकसाने के लिए मुकदमा पंजीकृत कार्यवाही शुरू कर दी।
सुसाइड नोट में की राष्ट्रपति से याचना
इतना ही नहीं अतुल के फ्लैट से एक तख्ती बरामद हुई जिस पर लिखा था ” अभी न्याय बाकी है”।
X (ट्वीटर) पर अपना वीडियो पोस्ट करते हुए अतुल ने एलन मस्क (Elon Musk) और जो बायडेन ( Jo Biden) को भी टैग किया। अतुल ने सुसाइड नोट में राष्ट्रपति महामहिम द्रौपदी मुर्मू को संबोधित कर नोट लिखा कि भारतीय न्याय व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है।
कैसे रुकेगा महिला कानूनों का दुरुपयोग | How To Stop Misuse Of Women Empowerment
अब प्रश्न उठता है की महिलाओं के लिए तो कानून बना दिए गए लेकिन उसके दुरुपयोग से जो पुरुष और उनके परिजन प्रताड़ित हो रहे हैं क्या इसके लिए भी कोई उपचार बनाया जाएगा। यदि महिलाओं पर की गई क्रूरता, गलत है तो क्या पुरुषों के साथ मानसिक क्रूरता नहीं हो रही और यह क्रूरता तब और अधिक बढ़ जाती है जब यह स्वयं की पत्नी द्वारा की जा रही हो।
परिवार ने भी बताया अतुल का दर्द
अतुल के भाई ने मीडिया को बताया कि मेरा भाई कायर नहीं था वह न्यायालय और निकिता से लड़ा लेकिन अंत में उसने मौत को चुना। इस पर अतुल के पिता पवन कुमार ने कहा “मुझे अतुल बताता था कि जहां उसका केस चल रहा है वह कोर्ट देश के कानून से नहीं चलता है। वह कम से कम 40 बार बेंगलुरु से जौनपुर गया होगा। उस पर इतनी धाराएं लगाई गयीं कि एक केस खत्म हो जाता था, तो दूसरी लगा दी जाती थी। इस बात से वह बड़ा डिप्रेशन में रहता था, लेकिन हमको उसने कभी महसूस नहीं होने दिया। मेरे बेटे ने जो इल्जाम लगाए हैं वह 100 फीसदी सच हैं। उसको बहुत प्रताड़ित किया गया। मेरी पत्नी चार महीने बेटे के साथ रही। इस दौरान वहां बेटे का तनाव देखकर उसका डायबीटीज बढ़ गया। हमारा लड़का कितनी टेंशन में था हम नहीं बता सकते।”
क्या अब मिलेगा न्याय ? Justice For Atul Against Misuse of Women Empowerment
अतुल ने डेढ़ घंटे की वीडियो में न केवल अपने बल्कि सभी पुरुषों के लिए न्याय मांगा और साथ ही न्यायालय से अपने 4 साल के बेटे की कस्टडी अपने माता-पिता को देने के लिए कहा। अतुल ने वीडियो में कहा अगर आरोपी बरी हो जाए या मुझे न्याय ना मिले तो मेरी अस्थियो को न्यायालय के बाहर गटर में बहा देना। अब देखना यह है कि आगे न्यायिक प्रक्रिया क्या होती है कौन है अतुल की मौत का जिम्मेदार पत्नी या कानून ?
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