नमस्कार दोस्तों! Reproductive and Child Health (RCH Program) कार्यक्रम 15 अक्टूबर 1997 को शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य माताओं और बच्चों को स्वस्थ जीवन प्रदान करना और प्रजनन स्वास्थ्य (Reproductive Health) से संबंधित सेवाएं प्रदान करना है। यह कार्यक्रम इस सोच पर आधारित है कि हर व्यक्ति को प्रजनन से जुड़ी समस्याओं से मुक्त रहकर एक स्वस्थ जीवन जीने का अधिकार है।
Table of Contents
प्रजनन और शिशु स्वास्थ्य(RCH Program) का महत्व
प्रजनन और शिशु स्वास्थ्य का आशय ऐसी स्थिति से है जिसमें व्यक्ति:
- अपनी प्रजनन क्षमता को नियंत्रित कर सके।
- महिलाएं सुरक्षित रूप से गर्भधारण कर सकें।
- स्वस्थ बच्चों को जन्म देकर एक संतुलित परिवार का निर्माण कर सकें।
- प्रजनन से जुड़ी बीमारियों से मुक्त हों।
- जागरूकता के माध्यम से अगली पीढ़ी को सुरक्षित और स्वस्थ बना सकें।
RCH सेवाओं का उद्देश्य
- मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करना।
- मातृ और शिशु स्वास्थ्य को बढ़ावा देना।
- यौन संचारित रोगों (STDs) की रोकथाम।
- गर्भावस्था के पूर्व, दौरान और बाद में उचित देखभाल सुनिश्चित करना।
प्रजनन और शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम के मुख्य बिंदु
- रिप्रोडक्टिव सिस्टम की बीमारियों पर नियंत्रण।
- मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी।
- यौन संचारित रोगों की रोकथाम और उपचार।
- गर्भनिरोधक उपायों की उपलब्धता।
- बच्चों की सुरक्षा और संरक्षण।
- बांझपन रोकथाम सेवाएं।
- सुरक्षित गर्भपात।
- HIV/AIDS की रोकथाम और जागरूकता।
- महिलाओं के सामाजिक स्तर को बढ़ावा देना।

RCH Program के लिए आवश्यक कदम
A. सुरक्षित मातृत्व (Safe Motherhood)
मां को प्रेगनेंसी के दौरान और उसके बाद स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक देखभाल।
- प्रसव पूर्व देखभाल (Antenatal Care):
- प्रेगनेंसी की पहचान और नियमित जांच।
- न्यूनतम चार जांच:
- पहली 16 हफ्तों में।
- दूसरी 24-28 हफ्तों में।
- तीसरी 32 हफ्तों में।
- चौथी 34-36 हफ्तों में।
- खतरनाक लक्षणों की पहचान:
- चेहरे व हाथ-पैरों में सूजन।
- खून की कमी।
- तेज सिरदर्द।
- ब्लड प्रेशर 140/90 से अधिक।
- योनि से खून आना।
- भ्रूण की हरकतों का न होना।
- टीकाकरण (Tetanus Toxoid) और आयरन की गोलियां देना।
- प्रसव के दौरान देखभाल (Intranatal Care)
- प्रसव अस्पताल में कराने के लिए प्रोत्साहित करना।
- 5C (Five Cleans) का ध्यान रखना:
- साफ सतह।
- साफ हाथ।
- साफ उपकरण।
- साफ कटिंग।
- साफ नाल।
- खतरनाक लक्षणों की पहचान जैसे अत्यधिक रक्तस्राव, ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव।
3. प्रसव के बाद देखभाल (Postnatal Care)
- मां के स्वास्थ्य को बढ़ावा देना।
- स्तनपान (Breastfeeding) की सलाह।
- परिवार नियोजन की जानकारी।
- खतरनाक लक्षणों की पहचान:
- यूरिन में दिक्कत।
- स्तन में दर्द।
- अत्यधिक रक्तस्राव।
- बुखार और ठंड लगना।
- शिशु का रोना बंद करना या त्वचा का पीला होना।
B. शिशु स्वास्थ्य और सुरक्षा (Child Health and Safety)
1. सुरक्षित परिनाटल अवधि (Safe Perinatal Period)
- APGAR स्कोरिंग (Appearance, Pulse, Grimace, Activity, Respiration):
नवजात के स्वास्थ्य का मूल्यांकन। - नियमित जांच और टीकाकरण।
- स्तनपान और स्वच्छता बनाए रखना।
2. बीमारियों की रोकथाम और उपचार
- हेल्थ एजुकेशन के माध्यम से जागरूकता फैलाना।
- कम उम्र में विवाह के खतरे।
- कुपोषण और एनीमिया।
- असुरक्षित यौन संबंध।
- HIV/AIDS और अन्य बीमारियां।
- सुरक्षित गर्भपात और परिवार नियोजन।
निष्कर्ष
RCH कार्यक्रम का उद्देश्य केवल मां और बच्चे का स्वास्थ्य सुधारना नहीं है, बल्कि परिवार और समाज को स्वस्थ और सशक्त बनाना है। जागरूकता, सही जानकारी, और बेहतर सेवाएं इस दिशा में सहायक साबित हो सकती हैं।
Bhabhi jindabad