SpaDeX Mission: भारत ने लांच किया अपना पहला स्पैडेक्स मिशन| An Achievement at The End Of  2024

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नमस्कार दोस्तों! आज SpaDeX Mission के जरिये हमारे देश के साइंटिस्ट्स ने हमें एक और गर्व का पल दिया है। वार्ताकार पर इसके बारे में बात करेंगे विस्तार से:    

श्रीहरिकोटा स्पेस सेंटर से लांच हुआ SpaDeX Mission

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने आज 10:00 बजे के लगभग श्रीहरिकोटा स्पेस सेंटर के अपने पहले लॉन्च पैड से पीएसएलवी(PSLV) C-60 रॉकेट को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। इसे स्पेस डॉकिंग एक्सपेरिमेंट या SpaDeX नाम दिया गया है।  क्योंकि इस मिशन का मैन ऑब्जेक्टिव, स्पेस में दो सैटेलाइट को जोड़ने या मर्ज करने की क्षमता हासिल करना है।  

डॉकिंग क्या होता है?| What is Docking  

डॉकिंग का मतलब है किन्हीं दो चीजों को आपस में जोड़ना। SpaDeX Mission में दो अंतरिक्ष या सैटेलाइट को एक दूसरे से जोड़ा जाएगा। यह उन मिशन के लिए मददगार होगा जिनमे हैवी स्पेसक्राफ्ट और इक्विपमेंट की जरूरत होती है और जिन्हें एक बार में लॉन्च नहीं किया जा सकता। 

SpaDeX Mission का इंर्पोटेंस 

भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन Indian Space Station का सपना होगा साकार

यह डॉकिंग मिशन भारत के 2035 तक खुद के स्पेस स्टेशन को बनाने के ऑब्जेक्टिव को पूरा करने के लिए इंपोर्टेंट है।  इस प्रपोज्ड इंडियन स्पेस स्टेशन में पांच मॉड्यूल होंगे जिन्हें बाद में एक साथ लाया जाएगा इसमें से पहले मॉड्यूल को 2028 में लॉन्च किया जायेगा।   

चंद्रयान-4 को बनाएगा और बेहतर

इसरो (ISRO) इस डॉकिंग कैपेबिलिटी का प्रयोग अपने अगले लूनर मिशन (Chandrayan-4) के लिए भी करेगा।  इसी के जरिये सैंपल्स को वापिस लाने की प्लानिंग की जा रही है। चंद्रयान-4 के दो अलग-अलग लॉन्च होंगे  और इसके लिए अंतरिक्ष में डॉकिंग की जरूरत होगी।  

अन्य मिशन में प्रयोग 

लॉन्च व्हीकल पीएसएलवी C-60 के चौथे चरण का उपयोग बाद में और 24 एक्सपेरिमेंट को पूरा करने के लिए एक प्लेटफार्म की तरह इस्तेमाल किया जाएगा जिसमें कई सारे स्टार्टअप्स के एक्सपेरिमेंट भी शामिल हैं।   

निष्कर्ष|  SpaDeX Mission:Conclusion 

इस मिशन से भारत को स्पेस में अपने डॉकिंग कैपेबिलिटी को हासिल करने में हेल्प मिलेगी जो आगे जाकर मानव मिशन (Manned Mission) और दूसरी सैटेलाइट सर्विसेज के लिए राहें खोल देगा।  

आसान शब्दों में अगर समझें तो इसरो ने ऐसा रॉकेट छोड़ा है जो स्पेस में दो सैटेलाइट को आपस में जोड़ देगा इससे भारत स्पेस में बड़े-बड़े स्टेशन बना सकेगा और चंद्रमा से सैंपल्स भी ला सकेगा यह हमारे स्पेस मिशन में एक बहुत बड़ी अचीवमेन्ट है। 


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Uday Pratap Singh

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नमस्कार मित्रों ! मैं एक ब्लॉगर और इस न्यूज़ वेबसाइट का संपादक (Editor) हूँ। मेरा लक्ष्य पाठकों को दैनिक समाचारों के साथ कुछ जीवन में बदलाव लाने के लिए उपयोगी लेख प्रस्तुत करना है। आशा है कि आप हमसे जुड़कर खुद को पाठक से बढ़कर एक दार्शनिक अनुभव करेंगे।

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