नमस्कार दोस्तों! राज्यसभा सांसद एवं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ सुधांशु त्रिवेदी (Sudhanshu Trivedi) जी, ग्वालियर में मध्य भारत शिक्षा समिति द्वारा करवाए गए एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
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मध्य भारत शिक्षा समिति ने आयोजित करवाया था एक दिवसीय प्रबोधन
जहां एक ओर शिक्षा व्यवस्था पर कई प्रकार के प्रश्न चिन्ह आ रहे हैं। वहीं दूसरी ओर मध्य भारत शिक्षा समिति, शिक्षा को एक नया आयाम देने के लिए , एक संस्कार युक्त परिवेश देने के लिए निरंतर प्रतिबद्ध है। उसी क्रम में 30 नवंबर 2024 को ग्वालियर मध्य प्रदेश में मध्य भारत शिक्षा समिति द्वारा शिक्षा शून्य से शिखर तक प्रकल्प के तहत भारतीय शिक्षा दर्शन विषय पर एक दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम आयोजित हुआ।। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में राज्यसभा सांसद एवं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ सुधांशु त्रिवेदी जी का व्याख्यान हुआ।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों से किया गया मुख्य अतिथि डॉ सुधांशु त्रिवेदी (Sudhanshu Trivedi) का स्वागत
उक्त कार्यक्रम का शुभारंभ मध्य भारत शिक्षा समिति के अंतर्गत संचालित सभी शिक्षा संस्थानों के छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति के साथ हुआ जिसमें सभी छात्रों ने तरह-तरह की प्रस्तुति दी। जिसमें नृत्य, गायन एवं वीरांगना माता अहिल्याबाई होलकर के जीवन की झांकी प्रस्तुत की गई।
कार्यक्रम में मध्य भारत शिक्षा समिति के अध्यक्ष डॉ राजेंद्र बांदिल जी, समिति के उपाध्यक्ष डॉ राकेश कुशवाहा जी एवं जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अविनाश तिवारी जी सहित शहर के प्रतिष्ठित और गणमान्य जन उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में मध्य भारत शिक्षा समिति के अंतर्गत संचालित सभी संस्थानों के छात्रों व अध्यापकों ने व्यवस्थाओं में अपनी भूमिका निभाई।
डॉ सुधांशु त्रिवेदी (Sudhanshu Trivedi) ने की समिति के कार्यों की प्रशंसा
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ सुधांशु त्रिवेदी (Sudhanshu Trivedi) ने कार्यक्रम की शुरुआत अटल जी की कविता से की। युवाओं को संबोधित करते हुए डाॅ त्रिवेदी ने बढ़ते भारत की उपलब्धियों को गिनाया। साथ ही भविष्य की संभावनाओं को बताया। डॉ त्रिवेदी ने युवाओं को प्रेरित करते हुए विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से भारत में शिक्षा के महत्व एवं दर्शन को समझाया।
डाॅ त्रिवेदी ने कहा कि हम वह भारत नहीं है जो पश्चिमी देशों ने बताया है। हम आदिकाल से नारी शक्ति को सम्मान देने वाले हैं; विज्ञान को आत्मसात करने वाले हैं; संस्कारों को सहेजने वाले हैं। डॉ त्रिवेदी (Sudhanshu Trivedi) ने मध्य भारत शिक्षा समिति द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की और समिति के कार्य को राष्ट्रहित में बताया। डॉक्टर त्रिवेदी ने अपने उद्बोधन में भारत के अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर प्रकाश डाला और विश्व पटल पर उज्जवल भारत की छवि को दिखाया।
भारत शिक्षा समिति के अध्यक्ष ने किया संकल्प घोषित
समिति के अध्यक्ष राजेंद्र बांदिल जी ने कार्यक्रम में पधारे सभी लोगों का आभार ज्ञापित किया। मुख्य वक्ता का आभार किया एवं मध्य भारत शिक्षा समिति के विश्व विद्यालय निर्माण के संकल्प को घोषित किया। समिति का संकल्प एक ऐसे विश्वविद्यालय का निर्माण करना है जो अन्य विश्वविद्यालय से भिन्न हो। जो न केवल पाठ्यक्रमों को संचालित करें अपितु वह संस्कारों का भी रोहण करें। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के हजारों लोग साक्षी बने।
आपकों बताते चलें कि मध्य भारत शिक्षा समिति लगभग 8 दशकों से शिक्षा क्षेत्र में अपना योगदान देती आ रही है। इस वट वृक्ष रुपी समिति के अंतर्गत खेल, कला, वाणिज्य एवं विधि के महाविद्यालय संचालित हो रहे हैं। जिसमें हजारों छात्र अध्ययनरत हैं। समिति शिक्षा के साथ-साथ चहुमुखी विकास हेतु प्रतिबद्ध है। समिति का संकल्प एक सशक्त भारत में अपना योगदान देना और भारत को प्लास्टिक मुक्त रखना है।